Tamheed E Iman (اردو +Roman+हिंदी )
तालीमाते रज़ा बा ज़रीया ए किताब तम्हीदे इमान बाआयाते क़ुरआन
रिसाला “तमहीदे ईमान बा आयाते क़ुरआन” इमामे अहले सुन्नत सय्यदी आला हज़रत के मशहूरे ज़मान अक़ाइद पर मुस्तमिल किताब है जिसमे हुज़ूर सय्यदी आला हज़रत ने हम अहले सुनत व ज़मात के अक़ीदे की मुताबिक क़ुरआनी आयतों की रौशनी में ईमान की हिफाज़त के लिए बड़ा जामेअ रिसाला तहरीर फ़रमाया अगर कोई शख्स वक़्त का क़ुर्बानी देकर सिद्क़ दिल के साथ खुलूस के साथ इसका मुताअला करे , इस तालीमात पर अमल करे तो इंशाल्लाह तबारक व तआला उसके तमाम वसवसों और सवालों का क़ुरआन की रौशनी में ज़वाब मिल जाएगा और इंशाल्लाह बदअक़ीदों, बदमज़हबों, वहाबियों, देवबंदियो, सुल्लाहकुल्लियों, हासीदीन व आदा ए दीन वगैरह जितने भी बद्दीन बदमज़ह, मुनाफिकीन, मूर्तदीन है उससे ईमान बचाने का कोशिश भी कर के क़ामिल ईमान वाला बन जायेगा।